प्रद्युम्न हत्याकांड, फोरेंसिक रिपोर्ट के बाद आज सामने आएगा सच

 

गुरुग्राम । आज रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रद्युम्न हत्याकांड के गहरे राज से पर्दा उठ सकता है। एसआइटी की नजर भी फोरेंसिक जांच रिपोर्ट पर टिकी है। इस रिपोर्ट का जांच एजेंसी काे भी इंतजार है। इस रिपोर्ट से हत्‍या के कई रहस्‍यों से पर्दा उठ सकता है। हत्‍या में प्रयुक्‍त चाकु पर किसके हाथों के निशान है, आज इस रहस्‍य से भी राज खुल सकता है। इसके साथ और भी साक्ष्‍यों की फोरेंसिक जांच हो रही है, इससे नए राज खुलेंगे। उधर, सीबीआइ की टीम के आने का इंतजार गुरुग्राम पुलिस कर रही है।

हत्याकांड की जांच सीबीआइ को सौंपने के लिए गुरुग्राम पुलिस हर स्तर पर तैयार है। हालांकि, जब तक सीबीआइ की टीम नहीं आती है तब तक मामले की छानबीन जारी रहेगी। जैसे ही टीम आएगी, पूरी जानकारी दे दी जाएगी। टीम के ऊपर है कि जांच कहां से शुरू करे। सीबीआइ  पुलिस की जांच से आगे की जांच कर सकती है या फिर शुरू से ही पूरी जांच।

उधर, सीबीआइ जांच को लेकर पुलिस आयुक्त लगातार जांच टीम के साथ बैठक कर रहे है। पुलिस आयुक्त के गवाहों के बयान के साथ सबूत की लिस्ट भी देखी। प्रदेश सरकार की सिफारिश मिलने से लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय की मंजूरी के बाद सीबीआइ के केस लेने तथा नए सिरे से एफआइआर दर्ज करने में सात दिन लग सकते हैं।

सीबीआइ जांच की घोषणा के बाद खाकी वाले भी राहत में मामले को सीबीआइ को दिए जाने की घोषणा के बाद प्रद्युम्न के घर नेताओं का आना कम हो गया। पीडि़त परिवार भी नहीं चाहता कि  इस मामले में राजनीति हो। नेताओं के आने से पुलिस कर्मियों को पूरे दिन सोहना रोड तथा श्याम कुंज में खड़ा रहना पड़ता था। शनिवार को वीआइपी और नेता नहीं पहुंचे तो पुलिस कर्मी भी सड़क पर नहीं दिखे।

सीबीआइ के समक्ष ये रहेगी चुनौती

1- सुबह सात बजकर 50 मिनट से आठ बजकर 10 मिनट तक कौन-कौन बच्चे व स्टाफ बाथरूम में गए?
2- 20 मिनट के दौरान किस-किस उम्र के बच्चे बाथरूम में गए और वहां पर कितनी देर तक रहे?
3- जब बाथरूम में प्रद्युम्न पहुंचा था तो पहले से वहां पर केवल प्रद्युम्न ही था या कोई और भी?
4- आरोपी का कहना है कि बाथरूम में दो 12 या 13 साल के बच्चे भी थे, दोनों बच्चों को किसी और ने कैसे नहीं देखा?
5- बाथरूम की खिड़की टूटी हुई है, ऐसी स्थिति में हो सकता है असली आरोपी उससे कूदकर भाग गया हो?
6- माली, बस चालक एवं बच्चों के बयान में कितनी समानता है, इस विषय के ऊपर भी बारीके से ध्यान देना होगा?
7- यदि बस सहायक अशोक ने ही हत्या की फिर वह हत्या करने के बाद स्कूल से भागा क्यों नहीं ?

कैसे आगे बढ़ी जांच

सोहना रोड गांव भोंडसी स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न की आठ सितंबर को गला रेतकर हत्या कर दी गई। मामले की जांच के लिए पुलिस उपायुक्त (दक्षिणी) अशोक बक्शी के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गई।

टीम ने हत्या का आरोपी बस सहायक अशोक को ठहराया है। टीम का दावा है कि उसके पास दो ठोस सबूत हैं। पहला सबूत यह है कि सीसीटीवी कैमरे में बाथरूम की तरफ अशोक को आते देखा गया है।

दूसरा सबूत यह है कि दो बच्चों ने उसे बाथरूम में देखा था। इन दोनों सबूत को न ही परिजन और न ही आम लोग ही पर्याप्त मानते हैं। सभी का मानना है कि हत्याकांड के पीछे कोई न कोई जरूरी है।

चाकू पर अशोक के निशान हैं या नहीं, उसके कपड़े पर खून के सभी छींटे हत्या करने के दौरान के ही हैं या खून बच्चे को अस्पताल पहुंचाने के दौरान लगा था ? यह फारेंसिक लैब की रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। एसआइटी प्रमुख अशोक बक्शी कहते हैं कि रिपोर्ट का इंतजार है। वैसे जांच से पूरी तरह साबित हो चुका है कि बस सहायक अशोक ही आरोपी है।

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