LG आवास पर केजरीवाल का धरना जारी, जानिए क्या है वजह

 

LG आवास पर केजरीवाल का धरना जारी, जानिए क्या है वजह

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके सहयोगी अपनी मांगों को लेकर उपराज्यपाल कार्यालय में धरना पर बैठे हैं. केजरीवाल ने आईएएस अधिकारियों को हड़ताल खत्म करने का निर्देश देने और चार महीनों से कामकाज रोक कर रखे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने सहित तीन मांगें रखी हैं. उपराज्यपाल अनिल बैजल के कार्यालय में मौजूद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘सत्येंद्र जैन ने अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है.’ जैन ने उपराज्यपाल के कार्यालय पर दोपहर 11 बजे से अनशन शुरू किया. सोमवार शाम केजरीवाल अपने तीन मंत्रियों के साथ एलजी से मिलने उनके ऑफिस पहुंचे. एलजी ऑफिस में केजरीवाल और तीनो आप नेता आधे घंटे तक रहे. कुछ देर बाद ही पता चला कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री सत्येन्द्र जैन और गोपाल राय उपराज्यपाल के वेटिंग रूम में ही धरने पर बैठ गए हैं. इससे पहले एलजी से मुलाकात कर केजरीवाल ने उन्हें आईएएस अधिकारियों को काम पर लौटने का आदेश जारी करने को कहा था. एलजी से कोई रिस्पॉन्स न मिलने पर केजरीवाल समेत तीनों आप नेताओं ने वहीं वेटिंग रूम में डटे रहने का फैसला किया. रातभर एलजी ऑफिस के बाहर आप कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा रहा. मंगलवार सुबह से ही सीएम केजरीवाल के आवास के बाहर ही धरने की पूरी तैयारियां हो चुकी है. पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम और किसानों के मुद्दों के बाद केजरीवाल अपने चिरपरिचित अंदाज में केन्द्र सरकार पर दबाव बनाने की तैयारी में हैं. आप नेताओं की मानें तो केजरीवाल इस धरने को कुछ दिनों तक खींच सकते हैं. केजरीवाल के समर्थन में आप कार्यकर्ताओं ने भी सीएम आवास के बाहर ही टेंट लगाकर धरना शुरू कर दिया है. इससे पहले भी सीएम केजरीवाल के बगावती सुर नजर आए जब उन्होंने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का प्रस्ताव पास कराने के लिए 6 जून से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया. फिर केजरीवाल ने एलजी दिल्ली छोड़ो का नारा भी दे दिया. आप नेता संजय सिंह का कहना है, ” हम शौक से आंदोलन नहीं कर रहे हैं. 4 महीने से दिल्ली का सारा काम ठप पड़ा है. आईएएस और एलजी दिल्ली के टैक्स पेयर से सैलरी लेते हैं लेकिन काम नहीं कर रहे हैं.” उन्होंने एलजी से यह भी कहा है कि उनकी सरकार की ‘डोर स्टेप डिलीवरी ऑफ राशन’ योजना के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाए। इस पर एलजी कार्यालय के बयान में कहा गया कि डोर स्टेप डिलीवरी आफ राशन का प्रस्ताव से जुड़ी फाइल नागरिक आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन के पास करीब तीन महीने से पड़ी हुई है। वहीं अनिल बैजल ने इस धरने को बेवजह बताया। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने उन्हें अधिकारियों को वहां बुलाने और उनकी हड़ताल खत्म कराने की धमकी दी है। एलजी के अनुसार उन्होंने केजरीवाल से मुलाकात के दौरान उन्हे बताया कि सरकार के अधिकारियों ने कोई हड़ताल नहीं की है और वह लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं। उन्होंने बताया कि अधिकारियों और सरकार के बीच अभी तक भय और अविश्वास का माहौल बना हुआ है। मतभेदों को खत्म करने के लिए सरकार की तरफ से अभी तक कोई ईमानदार पहल नहीं की गई है। एलजी ने सीएम को लगातार यही सलाह दी कि वह सभी स्तर के सरकारी कर्मचारियों से बात करें और आपसी विश्वास जगाने की कोशिश करें।

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