रखवाला =डा.अंजु लता सिंह
Mar 18, 2019, 19:57 IST
तन मन की मस्ती के तार- झंकृत कर दे जो हर बार,
उसे पास पाकर लगता हो- मनभावन जीवन संसार,
मधु अमृत का प्याला है- सचमुच वह रखवाला है.
भय का कोई नाम न हो- गति हो पर विश्राम न हो,
चले निरंतर साथ हमारे- उस बिन तो आराम न हो,
शत्रु पर लगे जो भाला है- सचमुच वह रखवाला है.
शैशव,यौवन और बुढ़ापा- कट जाते हैं हंसते गाते,
जिसकी छत्र छाया में बैठे- सुख दुख शनै:शनै: मुस्काते,
मन लगता मतवाला है- वह सच्चा रखवाला है .
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,डा.अंजु लता सिंह नई दिल्ली