** कान्हा **==‎Meena Sharma‎ 

 

** कान्हा **==‎Meena Sharma‎ 

 

कृष्ण पक्ष की अष्टमी, भादों महिना रात ।
जन्मे हैं श्री कृष्ण जी , थी भारी बरसात ।।

माता उनकी देवकी , चिंतित होते तात ।
जीवित कैसे रख सकें , कंस करेगा घात ।।

नंद गांव को चल दिए , साथ लिए गोपाल ।
मात यशोदा बन गईं , कान्हा नन्दलाल ।।

गोपी ग्वाल मगन हैं , कहते माखन चोर ।
लीला ऐसी कर रहे , गली- गली में शोर ।।

दुष्ट दलन करना यही , मन में रहा विचार ।
बोझ बढ़ा जब पाप का , किया दुष्ट संहार ।।

,,,,,,,,,,,,,,,, मीना शर्मा, मध्यप्रदेश,

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