कौन ==निहारिका झा

 

कौन ==निहारिका झा

जो कहर हुआ उस बेटी पर
उसका जिम्मा ले अब कौन??
न पहनी वह छोटे कपड़े
न कोई वह वस्तु थी।
रक्त मज्जा से बनी हुई
वह इक सुंदर बाला थी।।
मानवता की सेवा थी।
क्या उसकी इक भूल थी??
रौंद दिया और ख़ाक किया
इसका जिम्मेदार है कौन?
कातर नारी की चीत्कार पे
खड़ा हुआ क्यों देश है मौन??
अपराधी अपराध करे हैं
सरे बीच बाजारों में
इनके ऊपर वरदहस्त
रखता है जाने अब ये कौन??
ये पिशाच गर छुट्टा घूमें
इनको सजा दिलाये कौन??
कोमल हो कमजोर नहीं तुम
अपनी शक्ति को पहचानो।
आएंगे न अब कोई नटवर
अपनी शक्ति को पहचानो।
नव दुर्गा के नौ रूपों को
अपने में समाना तुम।
अश्त्र शस्त्र से रहो सुसज्जित
सदा सजग ही रहना तुम
नराधमों का करने संहार
रण चण्डी बन जाना तुम!
रण चण्डी बन जाना तुम!!

,,,,,,,,,,,निहारिका झा।।

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