मुझे नही भाता………== कमल धमीजा
Dec 10, 2019, 06:04 IST
मुझे नही भाता तुम्हारा यूँ मुझसे
उखड़े-उखड़े से रहना
हुई कहा है गलती साजन,
कुछ तो मुझे बताना
क्यूँ कहते थे फिर तुम मुझको
तुम्हें पलकों पर बिठाऊँगा
तेरी खूशबू से अपने,
जीवन को महकाऊँगा
कहाँ गये वो दिन और रातें
जो हमने साथ बिताई थी
बड़े दिन हो गए है साजन ,
मेरी इस तन्हाई के
किया था प्यार तुमसे साजन
दिल की इस गहराई से
प्यार हमारा क्यों पड़ गया,
इतनी अब खटाई में
रह न सकूंगी इक पल अब मैं
सर्दी के इस मौसम में
सुबक-सुबक कर रोती हूँ अब,
मैं साजन तेरी रजाई में
,,,,,,,,,,,,,,,,कमल