नेपाली मुक्तक = दुर्गा किरण तिवारी
Jan 26, 2020, 06:48 IST
आजकल किन परपर सरेको छ ऊ
खासै बोल्न मन नभएझैं गरेको छ ऊ
प्रेमीको त्याग समर्पणलाई नबुझेरै त
अन्त कसैको फूलबारीमा चरेको छ ऊ।
हिंदी अनुवाद ==
वह इन दिनों एक पंक्ति में क्यों चल रहा है?
उसने ऐसा किया है जैसे वह बोलना नहीं चाहता ।
महबूबा की कुर्बानी का बलिदान न समझे ।
अंत में, वह किसी के फूल पर चला गया है ।
वह इन दिनों एक पंक्ति में क्यों चल रहा है?
उसने ऐसा किया है जैसे वह बोलना नहीं चाहता ।
महबूबा की कुर्बानी का बलिदान न समझे ।
अंत में, वह किसी के फूल पर चला गया है ।
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तिमीलाई पाउँन गारो भयो जुन देउता भेटेनी
झर्छ आँसु जान्छ पहिरो जुन ठाउँमा टेकेनी।
हिंदी अनुवाद ==
आपको ढूँढना मुश्किल है कि भगवान ने आपको नहीं पाया ।
जहाँ भूस्खलन नहीं होता वहाँ आँसू गिर जाते हैं ।
जहाँ भूस्खलन नहीं होता वहाँ आँसू गिर जाते हैं ।