गणतंत्र दिवस पर एक नज़र इधर भी = ज्योत्सना जोशी

 

गणतंत्र दिवस पर एक नज़र इधर भी = ज्योत्सना जोशी

आज जब पूरा देश, देश भक्ति में लीन है , मतलब आज तो रहेगा ही गणतंत्र दिवस है, हमारा देश आज के दिन पूर्ण स्वतंत्र हुआ था, भय्यी !!!! तो बचपन की 26 जनवरी ज़रूर याद आती है, जब हम स्कूल जा रहे होते थे, और गाँव की जगारूक महिला, हमसे पूछती थी,,, ( कि ए बाबा अबारे दौ छब्बीस जनवरी कबार औंणू ) वो ऐसा इसलिए जानना चाहती थी कि उनको भी स्कूल में उस दिन आना होता था, लड्डू का डिब्बा लेकर, लेकिन वो टाइम तो गया सहाब, आज तो समाज सेविका पूरा अपडेट रहती है, एक महीने पहले केसरिया बॉडर वाली साड़ी तैयार करने को दे दी है, ब्लाउज़ का भी स्पेशली बोलकर आयी है कि पूरा देश भक्ति टच वाला होना मंगता, बाकी तिरंगा रबर बेंड, चूड़िया ये सब, व्यवस्था करने के लिए भी पूरा टाइम चाहिए,  और हाँ,,, रोज रोज थोड़े छब्बीस जनवरी आती है, ज़रुरत पड़ने पर चेहरे को भी तिरंगामय किया जाएगा,
क्यों नहीं यार!!! उन महापुरूषो और शहीदो ने देश के लिए इतना बलिदान दिया हम क्या कुछ घंटे रंगीन नहीं हो सकते, और हाँ देश प्रेम तो है ही, लेकिन जिनकी अभी हाल फिलहाल शादी हुई है, या जो प्रेम प्रसंग में है आज का दिन छुट्टी का है उनके लिए रेस्तराँ फुल मिलेंगे, हाई फाई लोगों ने एडवास बुकिंग कर ली है, टेबल की, देश प्रेम का भाव, मन के कोने में बना रहेगा, चाइनीज़ मैन्यू के साथ,
कुछ लोग देश भक्ति वाली छुट्टी का लुत्फ इस तरह ले रहे हैं, और कुछ अपनी छुट्टी ख़राब होने पर कशमशा भी रहे थे, कि संडे के दिन छब्बीस जनवरी आ गया बल,
बाकी भर भर कर देश प्रेम मैसेंजर जो उड़ेलता है ना कसम से यूँ लगता है, जैसे गाँधी जी के साथ हम भी असहयोग आंदोलन में कूद पड़े है,,,,
देश भक्ति में जिस मदहोशी से राजनेता डूबे रहते है, वो आपको और किसी कौम में दिखने को नाही मिलेगा, आखिर उनके मुस्तकबिल का सवाल है, जितने आक्रोशित, ओजस्वी, सम्बोधन होगा, उतनी ही जनता आपसे मंत्रमुग्ध !
मैंने इस धरा पर कोई बाबा राम देव जैसा, मल्टीटेलेन्टैड देश भक्त नहीं देखा, योग गुरु से आपकी, जीवन यात्रा की शुरुआत होती है, और वेद चिकित्सक बनकर आप एक बिजनेस मैन के रूप में स्टेबल होते हैं, और फिर, राजनीति में प्रवेश करके काला धन ,काला धन!!!! पर भाषण बाजी करके चाय वाले की गुहार लगाते लगाते पूरे देश को खाली केतली थमा कर, खुद पूरे देश प्रेमी अंदाज़ में देश की जनता को आँख मारकर साइड हो जाते है , सभी मित्रों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ, इस उम्मीद के साथ, कि हमें नोट बंदी भी ना समझ पाए,
GST भी ज्यादा पल्ले नहीं पड़ी, NRC, CAA, Cab, है!!!!!! भगवान समझ आ जाए, …………………ज्योत्सना जोशी

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