देव - सुनील गुप्ता
Jan 7, 2025, 22:02 IST
देव सदैव
खिलखिलाते चलें,
हँसते रहें !!1!!
देव शुभांगी
शुभानन हरषे,
विराज खिले !!2!!
देव सौभाग्य
प्रेमानंद जगाए,
हर्षाए हिय !!3!!
देव बगिया
मकरंद फैलाए,
प्रीत बढ़ाए !!4!!
देव हरि का
वरदहस्त रहे,
खुशियाँ बढ़ें !!5!!
देव जीवन
शतायु होता चले,
आशीष मिलें !!6!!
देव दुआएं
कृपाएं बनी रहें,
मुस्काते चलें !!7!!
- सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान