मेरी कलम से - डा० क्षमा कौशिक
Feb 21, 2023, 22:51 IST

शिव शिवामय हो गए धार जगत कल्याण,
मुदित सुमन बरसा रहा अंबर भर उल्लास,
चुहुं ओर मंगल ध्वनि शंखनाद घड़ि नाद
ओम नमः शिवाय का हो रहा मंत्रोच्चार।
हे प्रभु ! हम शरण में तेरी हमें गह लीजिए,
पाप हर लो,हे प्रभु!बुद्धि विमल कर दीजिए,
सत्य हो जो मार्ग उस पर ही बढ़ें अपने कदम,
हर अवस्था में न भूले आपको कर दो करम।
- डा० क्षमा कौशिक, देहरादून , उत्तराखंड