गीतिका - मधु शुक्ला
Jan 5, 2025, 22:06 IST
कुछ नया कर के दिखायें आप हम नव वर्ष में,
ज्योति सेवा की जलायें आप हम नव वर्ष में।
अब बुजुर्गों को समय देंगें सभी तज पार्टियाॅ॑,
प्रीति उनसे भी निभायें आप हम नव वर्ष में।
मीत के अवगुण निहारे गुण न देखे हम कभी,
क्यों न अपने गुण बढ़ायें आप हम नव वर्ष में।
आज की संतति न देती साथ यह कहना तजो ,
कष्ट से उनको बचायें आप हम नव वर्ष में।
ईश से सौगात हमको आत्ममंथन की मिली ,
खूब इसको आजमायें आप हम नव वर्ष में।
--- मधु शुक्ला, सतना, मध्यप्रदेश