ग़ज़ल - रीता गुलाटी
Jan 3, 2025, 22:10 IST
आँख मे अश्को को मै लाने लगी,
याद दिल मे आग भडकाने लगी।
पास आयी थी खुशी पहले बहुत,
फिर मिलेंगे कहके वो जाने लगी।
बढ गया उसका अहम वो खास है,
दोस्ती आपस मे टकराने लगी।
जब बताई यार को उसकी अब कमी,
अब खता उसको समझ आने लगी।
जान कहता वो मुझे हर बार है,
आज सुनकर बात मुस्काने लगी।
- रीता गुलाटी ऋतंभरा, चंडीगढ़