बालिका - सुनील गुप्ता
Jan 26, 2025, 22:35 IST

( 1 )" बा ", बारिश
की बूंदें जैसी है....,
सौंधी सी खूशबू, बिटिया की !
( 2 )" लि ", लिख दी
इबारत प्रेम की सुंदर....,
देकर हमें, बिटिया प्यारी सी !!
( 3 )" का ", कामनाएं
प्रभु ने पूर्ण कर दीं....,
सजी देहरी, घर-आँगन की !!
( 4 )" बालिका ", बालिका
सजाएं मन धरा को....,
और चलें, खिलाएं जीवन ज्योति !!
( 5 )" बालिका ", बालिका
कदम वहीं पे धरें....,
जहाँ पूजी जाएं, सरस्वती आद्यादेवी
- सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान