चल होली खेलें यार - भूपेन्द्र राघव

चल होली खेलें यार..
चल ख्वाब रंगें इस बार..
तन मन भीगे प्रेम रंग से..
तन मन भीगे प्रेम रंग से..
हो ऐसी बौछार...
चल होली खेलें यार, चल ख्वाब रंगें इस बार..
नफरत के बादल छट जायें
द्वेष बैर सारे हट जायें
इन्द्रधनुष के... ओ ~~~
इन्द्रधनुष के प्रेम सूत्र में, बँध जाये संसार..
तन मन भीगे प्रेम रंग से..
तन मन भीगे प्रेम रंग से..
हो ऐसी बौछार...
चल होली खेलें यार, चल ख्वाब रंगें इस बार..
कोई गांव हो कोई शहर हो
तेरा घर हो, मेरा घर हो
अलगावी.... ओ~~~~~
अलगावी ईंटों से बने नहीं, अब कोई दीवार..
तन मन भीगे प्रेम रंग से..
तन मन भीगे प्रेम रंग से..
हो ऐसी बौछार...
चल होली खेलें यार, चल ख्वाब रंगें इस बार..
हम सबका ही एक गगन है
धरती सूरज एक पवन है
तेरा मेरा.... ओ~~~~
तेरा मेरा इसका उसका, कौन दिया अधिकार...
तन मन भीगे प्रेम रंग से..
तन मन भीगे प्रेम रंग से..
हो ऐसी बौछार...
चल होली खेलें यार, चल ख्वाब रंगें इस बार..
तेरे आँसू पलकें मेरी
मेरे होंठ हँसी हो तेरी
एक माला.... ओ ~~~~
एक माला के फूलों जैसे, गुँथ जाये संसार...
तन मन भीगे प्रेम रंग से..
तन मन भीगे प्रेम रंग से..
हो ऐसी बौछार...
चल होली खेलें यार, चल ख्वाब रंगें इस बार..
चल होली खेलें यार, चल ख्वाब रंगे इस बार..
चल होली खेलें यार, चल ख्वाब रंगे इस बार.
- भूपेन्द्र राघव , खुर्जा, उत्तर प्रदेश फ़ोन - 9810742192