कुछ शेर मेरे - सविता सिंह
Dec 2, 2024, 22:23 IST
*मुब्तिला* हूँ इसी गुज़ारिश में,
तुम भी आ जाओ ऐसी बारिश में।
अपनी तस्वीर सब दिखाते थे,
मैंने दिल रख दिया नुमाइश में।
सब है दिलबर के साथ-साथ मगर,
*मीरा* "कान्हा की है नवाज़िश में।
सविता सिंह मीरा. जमशेदपुर