पावन पवित्र कुंभ का देश - सुनील गुप्ता

( 1 )" पावन ", पावन
पवित्र कुंभ, जहाँ पर होए
वो दिव्य देश है, भारत प्यारा !
सत्य सनातन धर्म पताका फहरे..,
वो सुसंस्कृत वेद वाङ्मय, देश है न्यारा !!
( 2 )" पवित्र ", पवित्र
कुंभपर्व है उल्लास का द्योतक,
सर्वधर्म समभाव का करता चले आदर !
है ये उत्सव भारतीय संस्कृति का परिचायक.,
स्नान करके आओ पवित्र करें, तन-मन की चादर !!
( 3 )" कुंभ ", कुंभ
पर्व बढ़ाए चले राष्ट्रीय एकता,
धर्म आस्था शक्तियों को, मिलाए एक साथ !
है ये हमारे गौरव और अस्मिता की पहचान..,
इसको मनाए चलें, बढ़ाएं प्रेम-भाईचारे का हाथ !!
( 4 )" कुंभ स्नान ", कुंभ स्नान
का महत्व है बहुत बड़ा,
मिलता है सौभाग्यवान लोगों को पुण्य-लाभ !
आओ चलें प्रयागराज महाकुंभ में, स्नान करलें..,
पवित्र पावन त्रिवेणी में डुबकी लगा, आनंद पाएं !!
( 5 )" तीर्थराज ", तीर्थराज
प्रयाग में जो भी आए,
उसका जीवन मानो, सफल धन्य हो जाए !
और वह छूट जाए, जीवन मृत्यु चक्र से...,
सीधे श्रीप्रभु परमधाम में, स्थान आश्रय पाए !!
- सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान