मन की बात हो,
तेरा ही साथ हो।
दूर गगन मे मैं उड़ जाऊ,
किसी के हाथ ना आऊँ,
चंदा को छूके मै,
मन ही मन इतराऊ
सखियाँ साथ हो,
सखियाँ साथ हो,
मन की बात हो,
तेरा ही साथ हो।
गुलों से ज्यादा सुन्दर,
बनूँ मै प्यारी दुल्हन,
डोली मे बैठ के मै,
पिया के घर जाऊँ,
पिया का प्यार हो,
मन की बात हो,
तेरा ही साथ हो।
= झरना माथुर, देहरादून
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