शिक्षा की महत्ता - कर्नल प्रवीण त्रिपाठी

 

सबको मिले शिक्षा सही हर यत्न अब मिल कर करें।
सर्वत्र हो शिक्षा सुलभ दुख-क्लेश जन-जन के टरें।
अब हाथ थामें सब जुड़ें इस नेक शुभ अभियान से,
तब ही मिले वह शक्ति जिससे कष्ट अब सबके हरें।

सबसे बड़ा धन आज शिक्षा खोलती हर द्वार को।
भंडार पाकर ज्ञान का बदलें जगत व्यवहार को।
अज्ञानता अभिशाप है इसको करें हम दूर अब,
जो भी हुआ शिक्षित न भूले मानवी उपकार को।
- कर्नल प्रवीण त्रिपाठी, नोएडा, उत्तर प्रदेश