सज रहा अवध - डा० क्षमा कौशिक

 

सज रहा है अवध
सज रहा भवन प्रभु का
है उत्साहित हृदय
प्रतीक्षित अंतस सब का।

राम लला जब स्वयं
विराजेंगे निज गृह में
अनुपम पल होगा वह
हम सबके जीवन में।

पांच सदी के बाद 
स्वयं के घर आयेंगे
सिंहासन पर बैठ
अमित शोभा पायेंगे।

कैसा हर्षोल्लास देश के
घर घर  होगा
होगी फिर साकार दीवाली  
उत्सव होगा।
-  डा० क्षमा कौशिक, देहरादून