गजल -  मधु शुक्ला

 

देता हमें नसीहत गुजरा हुआ जमाना,
आलस्य को कभी मत अपने गले लगाना।

अनमोल जिंदगी के पल कीमती सभी हैं,
सद्कर्म में हमेशा अपना समय बिताना।

जो कार्य सामने हो कर लो उसे न टालो,
गुजरे हुए पलों को फिर लौट कर न आना।

साहस, लगन, परिश्रम ही लक्ष्य से मिलाते,
यदि चाह लक्ष्य हो तो यह बात मत भुलाना।

जिसने सखा बनाया है वक्त को उसी ने,
संसार में खुशी का गाया सदा तराना।
-- मधु शुक्ला, सतना, मध्यप्रदेश