दीपों का त्यौहार - हरीराम यादव

 

आओ हम सब दीप जलाएं,
     अपनी धरती  की माटी का।
करें पुनर्जीवित फिर से हम,
      अपनी समाज परिपाटी का।
सब जन के घर में दीप जले,
      यही तो समाज की नीति रही।
आधुनिकता के फेर में पड़कर,
     हमने अलग-अलग राह गही।
फिर से लौटे अपने समाज में,
     महसूस करें सोंधी मिट्टी गंध।
हरी दीप जलाएं घर में ऐसा,
     जिसका हो घी तेल से अनुबंध।।

राम आगमन के उल्लास को,
     महसूस करें हम जीवन में।
स्व तक हम न सीमित रहकर,
     खुशियां फैलाएं जन जन में।
दम्भ, द्वेष को हम दूर भगाएं,
     देखें ईश्वर को हर कण कण में।
तन मन धन से जो दीन दुखी,
     विश्वास जगाएं उनके मन में।
लडी और फुलझड़ी हो दिल में,
     हो सोच में चकरी और अनार।
नव विचार और नव विहान संग,
     हरी मुबारक दीपों का त्यौहार।।
- हरीराम यादव, अयोध्या, उत्तर प्रदेश 
फोन नम्बर - 7087815074