मुलाकात फिर करते है - राजेश कुमार झा

 

आओ एक मुलाकात फिर से करते है,
बीते हुए पलो को याद करते है।
जो यादें हमे फिर से नई उमंग जनून दे जाए
उन बीते हुए लम्हों से फरियाद करते है।
आओ एक मुलाकात करते है ।
बीते हुए पलो को याद करते है।।

वो बाते वो मुलाकाते वो रिमझिम सी बरसाते,
वो बारिश में भीगना वो बालो से पानी की बूंदों का गिरना।
वो साल वो दिन याद करते है,
आओ एक मुलाकात करते है ।
बीते हुए पलो को याद करते है।।

वो आना वो जाना हर बात पर थोड़ा शरमाना,
वो चूड़ी वो कंगन की खनखन वो तेरे चेहरे की चिलमन।
चलो  एक बार फिर से हम तुम अजनबी बनकर,
एक नए जीवन की फिर से शुरुआत करते है।
उन यादों उन वादों को याद करते है।
आओ एक मुलाकात फिर से करते है।
बीते हुए पलो को याद करते है ।।
- राजेश कुमार झा,बीना, मध्य प्रदेश