घर घर पधारे बाप्पा - निक्की शर्मा रश्मि

 

utkarshexpress.com मुम्बई - सनातन हिंदू शास्त्रों में गणेश स्थापना बहुत ही शुभ और कल्याणकारी माना जाता है। इनके स्थापना भर से घरों में सुख, समृद्धि और शांति सदा बनी रहती है । महाराष्ट्र के त्योहारों में गणेश चतुर्थी प्रमुख त्यौहार है। घर-घर में गणपति बप्पा विराजते हैं और इनकी स्थापना मात्र से चारों तरफ ऊर्जा देखने को मिलती है। श्रद्धा और समर्पित भाव से सभी अपने घर बप्पा को लेकर आते हैं। पूर्ण वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ सच्चे मन और निस्वार्थ भाव से संपूर्ण विधि विधान से इनकी स्थापना की जाती है।क्या आप जानते हैं हमारे बप्पा को 12 नाम से जाना जाता है? कहते हैं इन 12 नाम के उच्चारण मात्र से दुख दूर हो जाते हैं।मन के अंदर असीम शांति मिलती है। आईए जानते हैं उन 12 नाम को।
१.सुमुख -सुंदर मुख वाले २. लम्बोदर- लंबे पेट वाले ३.विधनहर्ता- विधन को हरने वाले ४. एकदंताय- एक दांत वाले ५.विनायक- न्याय करने वाले ६.कपिल- कपिल वर्ण वाले ७.विकट- विपत्ति का नाशक ८. गजानन- हाथी के समान मुख वाले ९.धूम्रकेतु- धुएं के रंग वाले १०. भाल चन्द्राय- चंद्रमा के समान मस्तक वाले ११. गणाध्यक्ष- गुणों के अध्यक्ष १२. विधन नाशक-विधानों का नाश करने वाले।  हमारे देश में पार्वती नंदन गणपति की पूजा बहुतों जगह होती है। देश में 6 ऐसे पवित्र स्थान हैं जहां नतमस्तक होते ही भक्तों की सारी मुराद पूरी हो जाती है। त्रिनेत्र गणेश जी इनका मंदिर भारत के राजस्थान में है। यह सवाई माधोपुर जिले में है। आंध्र प्रदेश के चित्तौड़ में कनिपक्कम विनायक गणपति का विशेष मंदिर है। यह मंदिर श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूरी करती है। यह मंदिर नदी के बीचो-बीच स्थित है। कहा जाता है यहां लोग अपनी गलतियों की माफी मांगने आते हैं। 
ऐसा कहा जाता है गणपति बप्पा उन्हें माफ़ कर उनकी सारी फरियाद पूरी करते हैं। पोहारी जिले में बना गणेश मंदिर काफी प्रसिद्ध है। मान्यता है कि यहां नारियल चढ़ाने से मनोकामना पूरी होती है। साथ ही उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के पास गणेश जी का भव्य मंदिर है ।इस मंदिर के निर्माण में सभी पवित्र तीर्थ स्थलों के जल और मिट्टी का उपयोग हुआ है। इसके कारण इसे काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। केरल के मधुर वाहिनी नदी के तट पर स्थित गणेश जी के विशेष मंदिर का नाम मधुर महागणपति है। यहां से कोई भी खाली हाथ नहीं जाता। महाराष्ट्र के अष्टविनायक का बहुत महत्व है। पुणे के पास अष्ट विनायक के सभी आठ मंदिर 20 से 110 किलोमीटर के आस पास में स्थित है।इसे अष्ट विनायक तीर्थ के नाम से जाना जाता है। गणेश जी का जन्म उत्सव गणेश चतुर्थी के दिन मनाया जाता है और उनकी पूजा की जाती है। गणेश जी हिंदुओं के आदि आराध्य देव हैं। एक विशिष्ट स्थान के साथ हिंदू धर्म में इनकी पूजा का विशेष महत्व है।      - निक्की शर्मा रश्मि, मुम्बई महाराष्ट्र