सरसी छंद - मधु शुक्ला

 

वैलेंटाइन  दिवस  मनाते,  पश्चिम  वाले  लोग,   
किन्तु आजकल पूरब में भी, पहुँच गया यह योग।

ऋतु बंसत लेकर आती है, जीवन में उत्साह,
इसीलिए सबको भाता है, फागुन वाला माह।

धर्म सनातन में पर्वों पर, मिलते हैं परिवार,
मेल जोल द्वारा ही बढ़ता, है आपस में प्यार।

प्रेम  रंग  भरता  जीवन  में, प्रिय  सबको  अनुराग, 
प्यार मिले यदि मन माफिक तो,किस्मत जाती जाग।
— मधु शुक्ला, सतना, मध्यप्रदेश