स्कंदमाता - कालिका प्रसाद

 

या देवी सर्वभूतेषु स्कंद माता  रुपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

मां दुर्गा का पंचम स्वरूप स्कंदमाता,
मां भुजाओं में शंख चक्र गंदा कमंडल,
सुंदर रुप लगे माता का अति पावन,
सिंह पर सवार दुष्टों का संहार करती।

अंतर्मन से  जो  भी  ध्यान लगाये,
माता के दर्शन मन  में आ जाए,
माता तेरी  शरण में जो भी आए
बेड़ा उसका  मां पार हो लगावे।

कष्ट निवारिणी  सबके दुख हरती हो
सुख संपति का वरदान मां देती हो,
रोग का नाश करे रोग नाशिनी
निर्धन की झोली मां तुम भर देती हो।
- कालिका प्रसाद सेमवाल
मानस सदन अपर बाजार
रुद्रप्रयाग उत्तराखंड