छंद - जसवीर सिंह हलधर

 

ज्ञानवान धैर्यवान , राजनीति के सुजान
लाखों देश वासियों के प्यारे आडवाणी जी !

राम जी का रथ लिए , देश का भ्रमण किए ,
 भा ज पा के रूप को सँवारे आडवाणी जी !

भाग्य नहीं दिया साथ , कुछ नहीं लगा हाथ ,
दिखते हैं आज बे सहारे आडवाणी जी ।

जाने कैसा दोष लगा, राम की आराधना में ,
लगे ना किनारे पे हमारे आडवाणी जी ।
 - जसवीर सिंह हलधर देहरादून