चाहे फायदा अंजाम में - अनिरुद्ध कुमार

 

मत गुजारें जिंदगी आराम में,
मन लगाना बस यहाँ पे काम में।

चार पलका यह बसेरा जान ले,
कर यहाँ आराम जा के शाम में।

काम से होता भला यह जान ले,
आदमी सोना बने तप घाम में।

काम से हीं आदमी की शान है,
क्या रखा है बोलना बेनाम में।

क्या किये पूछे जमाना एक दिन,
लोग चाहे फायदा अंजाम में।
- अनिरुद्ध कुमार सिंह,
धनबाद, झारखंड