जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने विभिन्न विकास कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक ली 

 

जिला सभागार नई टिहरी में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने सभी खण्ड विकास अधिकारियों को एसडीएम और खण्ड शिक्षा अधिकारियों के साथ समन्वय कर स्कूल रास्ते मंे पड़ने वाले छोटे-छोटे पुल/पुलियांे को मनरेगा के तहत कर्न्वजेंस में प्राथमिकता पर सर्वे कराकर इस्टीमेट उपलब्ध कराकर मिशन मोड मंे बनाने के निर्देश दिये गये। साथ ही जल संरक्षण के अन्तर्गत छत वर्षा टैंक का निर्माण क्षमतानुसार करने, टैंक की साफ-सफाई रखने, चाहरदीवारी एवं जल संरक्षण स्ट्रक्चर के तहत अधिक से अधिक कार्य करने को कहा गया। कहा कि कोई ग्राम पंचायत ऐसी न रहे, जहां मनरेगा के तहत कार्य न हुए हों। सभी बीडीओ को अपने-अपने इनिशियेटिव प्रोजेक्ट बनाकर कार्य करने, अपने अधीनस्थों को अधिक सशक्त बनाने, आधुनिक उपकरणों का उपयोग करने, ई-ऑफिस के माध्यम से फाइलों का संचरण करने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी बीडीओ फिल्ड में जरूर जायें तथा फिल्ड में जाने से पूर्व स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सूचित जरूर करें, ताकि कहीं कोई दिक्कत न हो और अधिक से अधिक समस्याओं का समाधान मौके पर हो सके। कहा कि कोई भी कार्मिक अगर काम नहीं करता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही करें और मुख्यालय को भी अवगत करायें।
जिलाधिकारी ने सीसीएल आवेदन प्रगति की जानकारी लेते हुए डीडीओ को सीसीएल की गुणवत्ता हेतु रेण्डमली चैकिंग करने, लखपति दीदी योजना के तहत पीपीटी को बीडीओ को शेयर करने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने ग्रामीण उद्यम स्वीकृति परियोजना (रीप) द्वारा किये जा रहे कार्याें की जानकारी लेते हुए उत्पादांे की पैकेजिंग पर ध्यान देने की बात कही। कहा कि जो भी कार्ययोजना बनायी गई, उसे गुणवत्ता के आधार पर शुरू करें तथा काम ग्राउण्ड में दिखाई दे। आरसेठी के माध्यम से दिये जाने वाली ट्रेनिंग में अच्छे टैªनर के माध्यम से लोकल उत्पादों पर फोकस करने के निर्देश दिये गये।
इससे पूर्व मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार एवं जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार द्वारा मनरेगा, आजीविका पैकेज मॉडल, आजीविका संवर्धन, मेरी गांव मेरी सड़क, विधायक निधि योजना, डे-एनआरएलएम, लखपति दीदी, अमृत सरोवर योजना, मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गयी।
इस अवसर पर जनपद के सभी विकास खण्डों के खण्ड विकास अधिकारी मौजूद रहे।