गणतन्त्र दिवस = निहारिका झा

बीते बरस थे सत्तर अस्तित्व में है आया। अक्षुण्ण देश का है संविधान हमने पाया।। छानी थी ख़ाक जग के सारे नियम की सबने। सबका निचोड़ लेकर संविधान है बनाया।। तारीख थी वो छब्बीस और माह जनवरी का वो दिन था इतना पावन लागू ये जब हुआ था। इस दिन को याद रखने उत्सव है ...
 

बीते बरस थे सत्तर अस्तित्व में है आया।
अक्षुण्ण देश का है संविधान हमने पाया।।
छानी थी ख़ाक जग के सारे नियम की सबने।
सबका निचोड़ लेकर
संविधान है बनाया।।
तारीख थी वो छब्बीस
और माह जनवरी का
वो दिन था इतना पावन लागू ये जब हुआ था।
इस दिन को याद रखने
उत्सव है हम मनाते।
ये पर्व देश का है ये पर्व राष्ट्र् का है।
जन जन का पर्व है ये उत्साह से मनाएं।
इसका है मान रखना ये धर्म है हमारा।
इसके लिए बलि हो जीवन हमारा सारा।।
हमको है सबसे प्यारा ,ये तिरंगा न्यारा।।
ऊँचा रहे है जग में ये गणतन्त्र है हमारा।।

…….श्रीमती निहारिका झा
शासकीय पूर्व माध्यमिक शाळा संडी ।
विकासखण्ड खैरागढ़, जिला राजनांदगांव (छ.ग.)
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