माँ

माँ है कदमो मे ज़न्नत माँ के महसूस करके तो देखो , ये हँसीं ख्याल कभी जहन मे लाकर तो देखो। खो के माँ को ये अहसास हुआ मुझे भी निराश , मेरी ज़िन्दगी का वो बचपन लाकर तो देखो।
 

माँ

है कदमो मे ज़न्नत माँ के महसूस करके तो देखो ,
ये हँसीं ख्याल कभी जहन मे लाकर तो देखो।
खो के माँ को ये अहसास हुआ मुझे भी निराश ,
मेरी ज़िन्दगी का वो बचपन लाकर तो देखो।