“हिन्दी”==सहदेव सिंह ‘देव’.
हिन्द देश के वासी हिन्दी हमारी भाषा, एक सूत्र में बंधे जन यही है मेरी आशा | हिन्दी है रेशम की डोर जुडे देश का छोर-छोर, उमंग भरा हो जीवन बने एकता की परिभाषा | हिन्दी है सरल सुहानी देवनागरी लिपि पुरानी, सबके मन पर राज करें समीप न आए निराशा | ...
Sep 14, 2019, 12:20 IST
हिन्द देश के वासी
हिन्दी हमारी भाषा,
एक सूत्र में बंधे जन
यही है मेरी आशा |
हिन्दी है रेशम की डोर
जुडे देश का छोर-छोर,
उमंग भरा हो जीवन
बने एकता की परिभाषा |
हिन्दी है सरल सुहानी
देवनागरी लिपि पुरानी,
सबके मन पर राज करें
समीप न आए निराशा |
हिन्दी में हम काम करें
हिन्दी का सम्मान करें
हिन्दी बने मेरा अभिमान
यही है ‘देव’ अभिलाषा |
हिन्द देश के वासी
हिन्दी हमारी भाषा |
……सहदेव सिंह ‘देव’…..