विद्या दो माँ सरस्वती - कालिका प्रसाद
Sat, 3 Sep 2022

जयति -जयति माँ हंस वाहिनी,
जय -जय -जय माँ वीणा वादिनी।
जयति -जयति माँ शारदे,
जय -जय - जय माँ ब्रम्हाणी।
मां विद्या का वरदान हमें दो,
हमारा जीवन पावन धन्य बना दो।
शान्त चित्त और शुभ चरित्र हो,
मां तन मन हमारा निर्मल कर दो ।
हर आंगन में दीप जला दो,
दिव्य ज्ञान की ज्योति जगा दो।
मां अपना शुभाशीष दे दो ,
हमको विद्या विनय का वरदान दो।
तुम ही मंगलकारणी प्रेम प्रदायिनी,
शुभ वरदायिनी कष्टहारणी।
माँ शीश झुका तेरे चरणों में,
विद्या का वर दो माँ सरस्वती।
- कालिका प्रसाद सेमवाल
मानस सदन अपर बाजार
रुद्रप्रयाग उत्तराखंड