चालाकी जनवादी का - अनिरुद्ध कुमार
Nov 10, 2024, 22:01 IST
मतलब क्या आजादी का,
नित चर्चा बुनियादी का।
सब रटते गाँधी गाँधी,
खेला अवसरवादी का।
हर तन पे खादी शोभे,
चाल चले उनमादी का।
परिवारिक ताना-बाना,
कौन सुने फरियादी का।
नफरत का दाना छींटे,
जरिया यह बरबादी का।
सत्ता के लोभी भोगी,
आफत ये आबादी का।
रोये तड़पे देखे 'अनि',
चालाकी जनवादी का।
- अनिरुद्ध कुमार सिंह
धनबाद, झारखंड