बुद्ध पूर्णिमा - निहारिका झा

pic

बोधि वृक्ष के तले 
ज्ञान जिसको है मिला
छोड़ के माया जगत की
ईश से मिलने चला
प्रेम का भंडार जिसमें
जीव दया है भरी
धैर्य का लेकर पिटारा
सेवा जन करने चला
पाँच मद से दूर था वह
थी सहजता उसमें भरी
तप की राहों पर चला
बुद्ध गौतम वो बना।।
- निहारिका झा
खैरागढ राज.(36 गढ़)

Share this story