होली में - डा० क्षमा कौशिक
Wed, 8 Mar 2023

हुई होलिका भस्म दंभ कश्यपु का टूटा,
हुई सत्य की जीत हुआ हर्षित मन सबका।
बजते ढोल मंजीर सभी दे ताली नाचें।
होली में पी भंग मगन मन मोद मनावें ।
रंगों से भर हाथ चली लड़कों की टोली,
डर डर भागे इधर उधर सब छोर छोरी ।
भर पिचकारी मार छिपी हुड़दंगी टोली,
लगी मचाने शोर आई रे आई होली।
- डा० क्षमा कौशिक, देहरादून, उत्तराखंड