जनता के मुख्यमंत्री के रुप में पहचान बनाते डॉ. मोहन यादव

 
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utkarshexpress.com मध्यप्रदेश-  मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में डॉ.मोहन यादव ने 60 दिनों का कार्यकाल पूरा कर लिया है। पिछले दो महीनों में उन्होंने जिस मजबूत संकल्पशक्ति और धैर्य के साथ जनता के हितों को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा है, उससे पूरे राज्य में एक संदेश गया है कि डबल इंजन सरकार अपने चुनावी संकल्प-पत्र में किए गए वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। नई सरकार के गठन के 60 दिन बाद मध्यप्रदेश में विकास के नए संकल्प और नई कार्यशैली देखने को मिली है। अपने छोटे से कार्यकाल में ही डॉ.मोहन यादव सूबे के लिए बेहतरीन मुखिया साबित होते दिख रहे हैं। 
सीएम डॉ. मोहन यादव बहुत तेजी से फैसले लेते हैं। इसकी बानगी शपथ के बाद तत्काल लिए गए निर्णयों को देखने से मिलती है। जब से प्रदेश में मोहन सरकार बनी है तब से जहाँ एक ओर प्रदेश में जनता से जुड़े विकास कार्य तेजी से किये जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति पर भी तेज गति से काम चल रहा है। इसके कारण जनता का विश्वास मुख्यमंत्री डॉ. यादव जीतते में सफल दिख रहे हैं। मोहन यादव जनता की समस्याओं का निराकरण करने में भी तत्परता दिखा रहे हैं। हर स्तर पर डॉ.यादव के दूरदर्शी नेतृत्व में प्रदेश में बदलाव की बयार दिखायी पड़ रही है।वो प्रदेश की जनता को यह संदेश देने में कामयाब हुए हैं कि सरकार का मतलब जनता की सरकार है जो प्रशासनिक व्यवस्था जनता की भलाई और सम्मान के लिए है।
जनता के मन को भाए मोहन - 
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद डॉ. मोहन यादव का पहला फैसला मध्यप्रदेश में धार्मिक स्थानों पर तेज आवाज में बजने वाले लाउड स्पीकर और खुले में मांस और अंडे की बिक्री पर सख्ती से रोक का था। इस फैसले का सभी ने तहे दिल से स्वागत किया। प्रदेश के धार्मिक स्थलों में लगाए गए कानफोड़ू लाउड स्पीकर लंबे समय से आम जनता की परेशानी का सबब बन गए थे। चूंकि ये मामला धार्मिक था इसलिए इसके खिलाफ कोई कुछ नहीं कर पाता था लेकिन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक झटके में इस पर एक्शन लेकर अपने मजबूत इरादों को पहले दिन ही जता दिया। यहीं नहीं, खुले में मांस और अंडा बेचने पर उन्होंने रोक लगा दी। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने शपथ के बाद राजधानी में भाजपा कार्यकर्ता पर हमला कर उसकी हथेली काटने वाले बदमाशों के घर बुलडोजर से गिरा दिए। आरोपियों पर यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत की गई। इससे स्पष्ट हो गया कि अपराधियों के घरों पर मोहन सरकार में भी बुलडोजर चलता रहेगा। मप्र में मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद बदमाशों के घर बुलडोजर चलाने  से अपराधियों के मन में खौफ बैठ गया  है।
मोहन के एक्शन से नौकरशाही पर कसी नकेल -
प्रदेश के मुखिया मोहन यादव के कुशल नेतृत्व वाली सरकार में बेलगाम नौकरशाही पर भी नकेल कसी जा रही है। जिस कारण मध्यप्रदेश का डबल इंजन विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। नए मुखिया की संकल्प शक्ति और तीव्र गति से निर्णय लेने की क्षमताओं से  मध्यप्रदेश में हर जगह एक नई तरह की कार्य संस्कृति और बदलाव देखने को मिल रहे हैं। भ्रष्टाचार और अफसरशाही पर लगाम कसने से प्रदेश में अब विकास की संभावनाओं  को नए पंख लग रहे हैं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दर्दनाक बस दुर्घटना का जब अवलोकन करने जब गुना पहुंचे तो कांप उठे और तो और हादसे में जान गंवाने वाले 13 लोग तथा गंभीर रूप से आहत परिवारों से मिलने के बाद उन्होंने निर्णय कर लिया कि जिम्मेदारी काअहसास अधिकारियों को होना चाहिए जो हर हादसे के लिए निचले स्तर के कर्मचारियों को ही दोषी बना देते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस हादसे से सबक लेते हुए सभी कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दे दिया है कि उनके क्षेत्र में बगैर परमिट के चलने वालों वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और अवैध संचालन के लिए जिम्मेदार लोग यदि बाज न आए तो फिर दोषियों के विरुद्ध कठोर कदम भी उठाए जाएं। गुना बस हादसे के बाद  मुख्यंमंत्री ने जान गंवाने वाले लोगों के शोकाकुल परिवारों से मुलाकात की और परिवहन विभाग की स्थिति की भी समीक्षा की और कहा कि अधिकारियों की चूक के कारण यह त्रासदी हुई।  सीएम ने क्षेत्रीय परिवहन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की और  परिवहन विभाग में भी फेरबदल कर दिया। मुख्यमंत्री  के इस एक्शन की  विपक्ष ने भी सराहना की। 
प्रशासनिक सर्जरी से सुशासन की नई लकीर खींचते  मुख्यमंत्री -
सीएम डॉ. मोहन यादव का एक और काम जिसकी सबने तारीफ की, वो 24 घंटे के भीतर एक आईएएस अधिकारी का ट्रांसफर था। हिट-एंड-रन कानून के विरोध में ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के चलते एक कलेक्टर ने ट्रक ड्राइवर की 'औकात' पर कमेंट कर दिया था। उन्होंने तुरंत एक्शन लेते हुए कलेक्टर का ट्रांसफर कर दिया। अधिकारियों की ठसक से पंगु होते सिस्टम पर नकेल कसने के लिए मोहन यादव नौकरशाही में ऊपर से लेकर नीचे तक बड़ी प्रशासनिक सर्जरी करने से भी नहीं कतराए। अपनी इस सर्जरी में उन्होनें प्रदेश के  बड़े-बड़े  नौकरशाहों को तितर-बितर कर दिया । शिवराज सरकार में वर्षों तक फ्रंट पर रहे चुनिंदा अधिकारियों आज लूपलाइन में चले गए हैं। लंबे समय बाद मध्यप्रदेश में जमे हुए अधिकारियों की हुई इस प्रशासनिक सर्जरी से पारदर्शी प्रशासनिक व्यवस्था बनाने का संदेश सीएम यादव ने दिया है।  
जनता के हित में तेजी से हो रहे हैं निर्णय - 
नई विकेन्द्रीकरण की व्यवस्था होने से अब प्रदेश के विकास कार्यों में न केवल तेजी आई है बल्कि समय -समय पर  मॉनीटरिंग किये जाने से जनता के हित में तेजी से निर्णय लिये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हुकुमचंद मिल इंदौर के 4 हजार 800 श्रमिकों को उनका हक दिलाया है।  मध्यप्रदेश  सरकार, राजस्थान सरकार और केंद्र सरकार के बीच 28 जनवरी को श्रमशक्ति भवन स्थित जल शक्ति मंत्रालय के कार्यालय में संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चंबल-ईआरसीपी लिंक परियोजना के त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जिससे मध्यप्रदेश के चंबल और मालवा अंचल के 13 जिलों की आम जनता को मिलेगा साथ ही प्रदेश के औद्योगीकरण को और बढ़ावा मिलेगा। कई बरसों से लटके इस मामले को  मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने जयपुर में एक ही बैठक में निपटा दिया। 
डबल इंजन की सरकार से एमपी के विकास को मिली रफ़्तार -
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव हाल के दिनों में जनता के दुःख दर्द को समझने वाले जननेता के रूप में भी उभरे हैं। जनता की समस्याओं का निराकरण करना उनकी पहली प्राथमिकता बनी है।  अलग-अलग संभागों में बैठक कर उन्होनें किसानों , युवाओं , महिलाओं और जनजातीय वर्ग के लिए कई  बड़े  ऐलान किये हैं।  रीवा से लेकर उज्जैन, इंदौर से लेकर ग्वालियर सहित सभी प्रदेश के हर संभाग में उनकी सक्रियता बनी है।  इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ भी उनका बेहतर समन्वय बना है। इससे सरकार और संगठन एक दूसरे के करीब आये हैं। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने  श्रीराम पथ गमन न्यास की पहली बैठक में  अयोध्या की तरह ही चित्रकूट में भी विकास कार्य करवाए जाने की बड़ी घोषणा की। जिन स्थानों से  भगवान राम गुजरे सरकार ने उन स्थानों को सड़क मार्ग से  जोड़ने का  बड़ा  ऐलान कर  सनातन प्रेमियों का दिल जीतने का काम किया है। मोहन सरकार की अब तक की दिशा देखकर स्पष्ट नजर  आता है कि वह  पार्टी के संकल्प पत्र में किये गए वायदों को पूरा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संचालित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन  और मोदी की हर गारंटी पूरा करने के लिए डॉ. मोहन यादव ने अपनी पूरी ऊर्जा लगा दी है। केंद्रीय नेतृत्व, सरकार और संगठन के साथ  बेहतर समन्वय बनाकर  वह डबल इंजन की गाड़ी को आगे बढ़ा रहे हैं।  सुशासन और समृद्धि की  पहल को साकार करने के लिए हर विभाग में एक  नई  कार्यसंस्कृति विकसित हुई है जिससे कामकाज में पारदर्शिता आ रही  है। महज दो महीनों के भीतर  मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने  जिस प्रकार से अपने राजनैतिक परिपक्वता,  नेतृत्व कौशल और त्वरित फैसले लेने की दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया उससे प्रदेश भर में एक सकारात्मक वातावरण निर्मित हुआ है। कहा जा सकता है कि मोहन यादव जनता के मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी पहचान स्थापित करने में सफल साबित होंगे।(विभूति फीचर्स)

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