ग़ज़ल - रीता गुलाटी
Updated: Jan 19, 2025, 23:05 IST

कुछ वक्त संग मेरे करतार देख लेना,
करना तुम्हें भी अब तो इजहार देख लेना।
पढ. लेना यार किस्से शोहरत जो हमने पायी,
होगे हमारे चर्चे अखबार देख लेना।
करते हैं प्यार गहरा, समझोगे प्यार मेरा,
तुम भी करोगे इक दिन इकरार देख लेना।
हो प्यार तुम हमारे, माँगी दुआ है हमने,
अब प्यार की सनम तुम बोछार देख लेना।
क्यो प्यार अब किया है तड़पे है बिन तुम्हारे,
बेकार दिल लगाया, इक बार देख लेना।
- रीता गुलाटी ऋतंभरा, चण्डीगढ़