गजल - ऋतु गुलाटी
Fri, 3 Mar 2023

तुम्हारे बिना कुछ मिला ही नही है,
खुदा की दया है सिला ही नही है।
पनाहो मे तेरी सभी आ खड़े से,
दिखा दो नजारा सुना ही नही है।
ये जग खूबसूरत लगे संग तेरे,
कही और तुम सा मिला ही नही है।
सिवा आपके अब कहाँ जायेगे हम,
तुम्हारे बिना कुछ मजा ही नही है।
हजारो दुआएँ हमें जो मिली थी,
बिना आपके आसरा ही नही हैं।
- ऋतु गुलाटी ऋतंभरा, मोहाली, चंडीगढ़