"प्रणय साहित्यिक दर्पण" मंच द्वारा माँ सरस्वती, बसंत पंचमी, वैवाहिक वर्षगांठ पर भव्य कवि सम्मेलन

 
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Utkarshexpress.com - बसंत पंचमी के पावन पर्व के शुभ अवसर पर "प्रणय साहित्यिक दर्पण" मंच के "प्रथम कवि सम्मेलन" का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। दिनांक 14/02/2024 बुधवार को माँ सरस्वती / बसंत पंचमी और मंच के मुख्य संरक्षक सुधीर श्रीवास्तव (15 फरवरी), वरिष्ठ उपाध्यक्ष भुलक्कड़ बनारसी एवं कवि गजानंद डिगोनिया जिज्ञासु की वैवाहिक वर्षगांठ विषयक ऑनलाइन कवि सम्मेलन अपने निर्धारित समय शाम 6:00 से प्रारंभ होकर रात्रि 11:15 बजे तक चला।
मंच के इस प्रथम कवि सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि साहित्यकार, रामकथा मर्मज्ञ डा. अरविन्द श्रीवास्तव "असीम" जी (दतिया)ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में आ. कामेश्वर कुमार "कामेश" जी (सेवानिवृत डी.एस.पी., वरि. ग़ज़ल गो शायर (रांची) एवं अति विशिष्ट अतिथि आ. संतोष श्रीवास्तव "विद्यार्थी" जी (सेवानिवृत्त डिप्टी कलेक्टर) वरि कवि /साहित्यकार (सागर) उपस्थित रहे। कार्यक्रम के  प्रारंभ में आ. असीम जी, कामेश जी और विद्यार्थी जी ने पटल के पदाधिकारियों और पटल को अपने अपने आशीर्वाद, शुभकामना से आल्हादित किया।  
प्रणय साहित्यिक दर्पण के मुख्य संरक्षक/ वरिष्ठ कवि, साहित्यकार सुधीर श्रीवास्तव जी (गोण्डा ) ने अतिथियों और कवियों/ कवयित्रियों का स्वागत अभिनंदन करते हुए अपने स्नेह वचन से आयोजन में सभी को अभिसिंचित करते हुए सभी से पटल के प्रति स्नेह-आशीर्वाद, मार्गदर्शन व सहयोग मांगा।  पटल के संस्थापक इंजी. प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव "प्रणय" ने सभी का स्वागत अभिनंदन करते हुए कार्यक्रम अध्यक्ष की अनुमति से कवि सम्मेलन का शुभारंभ किया। उमा शर्मा 'उमंग' (झाँसी ) ने सुमधुर स्वर में वंदना प्रस्तुत कर पटल पर माँ सरस्वती का आवाहन किया । काव्य गोष्ठी का संचालन आ. निधि बोथरा जैन,  आ. कविता मालपानी और आ. विनीता लवानियाँ ने बहुत ही सुंदर, सुव्यवस्थित और शानदार ढंग से किया।
काव्य गोष्ठी में काव्य पाठ करने वाले कवियों कवयित्रियों में आ. उषा कंसल बैंगलोर, सुनीता श्रीवास्तव सुलतानपुर, कंचन श्रीवास्तव प्रयागराज, बसंत श्रीवास "वसंत" जी नारायणपुर, किरण पाण्डेय जी गोरखपुर उ. प्र.,एडवोकेट सुनील श्रीवास्तव 'बेचारा', अमेठी, उमा शर्मा "उमंग"  झांसी उ. प्र., प्रवल प्रताप सिंह राणा "प्रवल" ग्रेटर नोएडा, डाॅ०(कु०)शशि जायसवाल प्रयागराज, सरोज शुक्ला "श्री", कविता मालपानी जी महाराष्ट्र, निधि बोथरा जैन जी इस्लामपुर, कवयित्री अन्नपूर्णा मालवीया "सुभाषिनी" जी प्रयागराज, निशी मंजवानी इंदौर,  ऋतु दीक्षित  वाराणसी, खुशबू गौतम  लखनऊ, सच्चिदानन्द तिवारी "शलभ" लखनऊ, डॉ देवीदीन अविनाशी  हमीरपुर, देवी प्रसाद पाण्डेय प्रयागराज, भुलक्कड़ बनारसी बनारस, गजानंद डिगोनिया "जिज्ञासु" सीहोर, विनीता लवानियाँ बेंगलुरु, शैलेंद्र कुमार अम्बष्ट वाराणसी, नरेंद्र प्रताप पाठक बिसौली, अनीता वाजपेई वर्धा, श्रीपति रस्तोगी लखनऊ, डॉ कमलेश मलिक जी सोनीपत, श्रीमती संध्या श्रीवास्तव "साँझ" छतरपुर,  प्रतिमा पांडेय जी प्रयागराज,  हरीश कुमार सिंह भदौरिया आगरा, पवन विशेष, सुधीर श्रीवास्तव गोंडा, निर्मला सिन्हा डोंगरगढ़, इंजी. प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव "प्रणय" सीतापुर,  संतोष श्रीवास्तव "विद्यार्थी" सागर,कामेश्वर कुमार "कामेश"  डॉ. अरविंद श्रीवास्तव "असीम" दतिया, नावेद रजा, बृजबाला श्रीवास्तव "सुमन" आजमगढ़ आदि शामिल रहे। सभी ने काव्य पाठ के साथ-साथ तीनों जोड़ों को वैवाहिक वर्षगांठ की बधाइयां, शुभकामनाएं व स्नेह आशीर्वाद भी प्रदान किया।
कवि सम्मेलन के मध्य मुख्य संरक्षक सुधीर श्रीवास्तव ने वरिष्ठ कवि साहित्यकार शैलेन्द्र कुमार अम्बष्ट को मार्गदर्शक और वरिष्ठ हास्य व्यंग्य कवि अशोक श्रीवास्तव "भुलक्कड़ बनारसी" को वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोनीत किए जाने की घोषणा की। अंत में संस्थापक इंजी. प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव "प्रणय" ने सभी के प्रति आभार ज्ञापन के साथ पांच घंटे से अधिक समय तक चले कवि सम्मेलन का समापन किया  ।

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