कबले झेले जनता आम - अनिरुद्ध कुमार
May 17, 2023, 21:35 IST

मँहगाई से जी हलकान,
बेचैनी के पीहीं जाम।
जनता बोले त्राहीमाम,
रघुपति राघव राजा राम।
रउआ बइठल तूरीं तान,
बोलीं हरदम जय श्रीराम।
संकट मोचन जय हनुमान,
बजरंगी ना अइले काम।
जनता चाहे ला आराम,
कबले घूमीं धामे धाम।
उपले पर पाके पकवान,
हो जाये ना काम तमाम।
गैस बिना घरनी हलकान,
खाली सिलिँडर बा बेकाम।
डीजल गैस बढ़ाई दाम,
बिक जाई सारा सरजाम।
जनता के आइल फरमान
कबले झेले जनता आम
- अनिरुद्ध कुमार सिंह