कजरी महोत्सव के आरंभ के साथ हृदयांगन संस्था की उत्तराखंड अंचल का हुआ श्रीगणेश
Utkarshexpress.com देहरादून - हदयांगन साहित्यिक, सांस्कृतिक, सामाजिक तथा आध्यात्मिक संस्था (पंजीकृत) मुम्बई का उत्तराखंड में विस्तार हुआ ।
श्रावण मास में तीज कजरी, गीत-ग़ज़ल मल्हार की एक ऑनलाइन काव्य गोष्ठी 31 जुलाई (बुधवार) को सायं 4 बजे प्रारंभ हुई। हृदयांगन संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. विद्युत प्रभा चतुर्वेदी 'मंजू' की अध्यक्षता में हुई। वरिष्ठ कवियत्री सौ. कविता बिष्ट 'नेह' (उत्तराखंड प्रभारी) के कुशल संचालन में गूगल मीट के माध्यम से देहरादून में आयोजित किया गया। अति हर्षोल्लास वातावरण में गोष्ठी सम्पन्न हुई। गोष्ठी में संस्था की उत्तर प्रदेश प्रभारी आदरणीय डॉ. प्रमिला पाण्डेय , संस्था के संस्थापक श्री विधुभूषण (विद्यावाचस्पति, मुंबई से) एवं प्रमुख संयोजक नीरज कान्त सोती 'भैयाजी' (आजमगढ़ से) उपस्थित रहे।
गोष्ठी का शुभारंभ श्रीमती मणि अग्रवाल 'मणिका' के वाणी वंदना से हुआ। कजरी महोत्सव में आदरणीय डॉली डबराल विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित हुई।
कानपुर से डॉ. कमलेश शुक्ल 'कीर्ति' तथा देहरादून से श्रीमती अंशु जैन, श्रीमती मणि अग्रवाल 'मणिका', श्रीमती महेश्वरी कनेरी , श्रीमती आभा सक्सेना 'दुनवी' , श्रीमती शोभा पाराशर , श्रीमती संतोषी दीक्षित , श्रीमती संगीता वर्मानी, श्रीमती रेखा जोशी, श्रीमती निशा 'अतुल्य' , श्रीमती अर्चना झा 'सरित', डॉ. क्षमा कौशिक, श्रीमती अनीता सोनी एवं श्रीमती नीरू गुप्ता 'मोहिनी' ने सुरीली कंठों से मनमोहक कजरी गीत सुनाकर ऑनलाइन श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
हृदयांगन संस्था के संस्थापक विधुभूषण जी (मुख्य अतिथि) एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. विद्युत प्रभा चतुर्वेदी 'मंजू' ने संयुक्त उद्बोधन में श्रीमती कविता बिष्ट 'नेह' को हृदयांगन संस्था के उत्तराखंड अंचल का प्रभारी मनोनीत किया। श्रीमती अंशु जैन जी को प्रादेशिक कार्यक्रम संयोजक का उत्तरदायित्व सौंपा गया। संस्थापक ने स्पष्ट किया कि सभी प्रादेशिक प्रभारी हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष के परामर्श से हृदयांगन संस्था के चहुंमुखी विकास में अपना बहुमूल्य योगदान दें जिसके लिए हृदयांगन केंद्रीय कार्यकारिणी बोर्ड सदैव आपेक्षित सहयोग देता रहेगा।
कार्यक्रम के समापन पर वरिष्ठ कवयित्री श्रीमती अंशु जैन ने सभी आमंत्रित विभूतियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का सुन्दर पोस्टर बनाने के लिए सुशील एवं एडवोकेट महिपाल सिंह को धन्यवाद दिया एवं सभी से अनुरोध किया कि हमें राष्ट्रीय संस्था हृदयांगन के उत्तराखंड अंचल को अधिक से अधिक विद्वतजनों को सम्मिलित कर एवं सदस्यता शुल्क से विकसित करना चाहिए। {संस्थापक: डॉ. विधुभूषण (विद्यावाचस्पति) राष्ट्रीय अध्यक्ष: डॉ. विद्युतप्रभा 'मंजू' उत्तराखंड प्रभारी: श्रीमती कविता बिष्ट 'नेह'}