विनम्र श्रद्धांजलि - सुनील गुप्ता

( स्व.रघुनाथ राय भाटिया )
(1)" र ", रमे रहे
सदैव 'स्व', में
थे सभी के प्रिय 'श्रीरघुनाथ' !
श्रीरामभक्त जा बसे श्रीप्रभु में....,
रहा श्रीहरि का इनपे सदा वरद हाथ !!
(2)" घु ", घुश्मेश्वरजी की
रही इनपे कृपा
थे आप परमभक्त श्रीमहादेव जी के !
बरसाते रहे आप प्रेम दया करुणा....,
बसे हैं 'रघुनाथजी', हृदय में सभी के !!
(3)" ना ", नाम मिला
हो जिसे 'रघुनाथ',
वह स्वयं 'नाथ', बगैर कैसे रहते !
निकल पड़े आप महाप्रयाण पर......,
छोड़ सभी कुछ मिलने श्रीपरमपिता से !!
(4)" थ ", थति थाती
अमूल्य थे आप
बनें प्रेरणा स्त्रोत सभी के लिए !
सीखते चले आपसे हम जीवन भर..,
रहे स्मृतियों में समाए हर्षाए सरसाए !!
(5)"रघुनाथ",रघुनाथ राय जी को शत-शत नमन
करते हैं दिव्य शुद्धात्मा को प्रणाम वंदन !
आप बने रहेंगे सदैव सुमधुर स्मृतियों में.,
अर्पित कर रहे मनोभावों के श्रद्धासुमन !!
सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान