जय माँ जगदम्बा - कालिका प्रसाद

 
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माँ शक्ति की भण्डार तुम हो,
काम, क्रोध, लोभ ,मोह, भय,
विघ्न बाधाएँ  सब दूर करो,
जय- जय-जय माँ जगदम्बे।

तन-मन जीवन. तुमको अर्पित,
माँ मेरी  प्रार्थना करो स्वीकार,
जीवन में कभी कोई पाप न हो,
दूर करो सबके  तुम  दुर्विचार।

आसुरी शक्तियों का संहार करो,
धरा पर    मानव    कराह रहा है,,
तेरी चौखट पर   जो भी आता है,
माँ  उसका बेड़ा   पार हो जाता।
- कालिका प्रसाद सेमवाल
मानस सदन अपर बाजार
रूद्रप्रयाग  उत्तराखण्ड
 

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