जय श्री राम - डॉ० अशोक गुलशन
Oct 3, 2024, 22:20 IST
बाजै बधैय्या हो बाजै बधैय्या,
अवध में बाजै बधैय्या पधारे रामलला।
जगमग गली और चौबारे,
वंदनवार सजे हैं द्वारे।
राम नाम की धुन पर नाचैं,
सुर नर ता ता थैय्या।१।
साथ राम के सीता मैया,
पवन पुत्र संग लक्ष्मण भैया।
नर वानर सब एक साथ हैं,
साथ साथ हैं गैया।२।
रामलला की छवि अति प्यारी,
दिखी न ऐसी शोभा न्यारी।
हर्षित हुए देख नर नारी,
मैया लेंय बलैया।३।
वर्षों से थी सतत प्रतीक्षा,
पूरी हुई सभी की इच्छा।
अवध नगरिया धूम मची है,
लहरैं सरजू मैया।४।
राम सभी की हैं अभिलाषा,
राम तृप्ति हैं रामहि आशा।
पार उतारे भवसागर से,
राम नाम की नैया।५।
- डॉ० अशोक गुलशन,
उत्तरी कानूनगोपुरा
बहराइच, उत्तर प्रदेश