करवा चौथ - सुनील गुप्ता
(1) " क ", करके निराहार निर्जल उपवास
रखें सुहागिनें करवाचौथ का व्रत !
अपने पति की लंबी आयु के लिए....,
रख व्रत, मांगें माँ गौरी से मन्नत !!
(2) " र ", रखकर दिनभर उपवास व्रत
शाम को खोलें व्रत देखकर चाँद !
चढ़ाकर अर्घ्य शशि राकापति को.......,
छलनी से दर्शनकर करें पूरी मुराद !!
(3) " वा ", वामअंग हृदय स्वामिनी भार्या सुहागिन
पूर्ण मनोयोग से रखती हैं ये व्रत !
और करके सोलह श्रृंगार लगा मेहंदी....,
सुनें व्रतकथाएं, चन्द्रोदय पे खोलें हैं व्रत !!
(4) " चौथ ", चौथव्रत कार्तिक कृष्ण पक्षतिथि को
मनाया जाए है वर्ष में एक ही बार !
श्रीगणेशकरक चतुर्थी संकष्ठी का पर्व..,
भर जाए जीवन में उत्साह उमंग अपार !!
(5) " करवा चौथ ", है बहुत ही पावन विशेष पर्व
सुहागिनों के लिए अपार हर्ष का दिवस !
करके पूरी तन मन की सभी मनोकामनाएं..,
चलें हर्षाए जीवन का ये उत्सव पावस !!
- सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान