साहित्यकार डॉ घनश्याम की धूप के कतरे (गजल संग्रह) में भावों की असीम गहराई
utkarshexpress.com - डॉ घनश्याम ' परिश्रमी' नेपाली भाषा के सुप्रसिद्ध साहित्यकार है। उन्होंने नेपाली और हिंदी गजलो का विश्लेषणात्मक अध्ययन किया है और इसी शीर्षक पर पीएचडी की है। डॉ घनश्याम ' परिश्रमी ' गजल में पीएचडी करने वाले नेपाल के पहले व्यक्ति है व गजल विद्वत शिरोमणि उपाधि से विभूषित हैं। डॉ घनश्याम ' परिश्रमी ' सिर्फ गजलकार ही नहीं है बल्कि समालोचक और नेपाली गजल के स्रष्टा भी है।
डॉ घनश्याम ' परिश्रमी ' की गजल संग्रह धूप के कतरे में भावों की असीम गहराई है। धूप के कतरे सिर्फ एक किताब नही बल्कि ये एक सफर की शुरुआत है। इस संग्रह में ग़ज़लें समेटी है उनमें एक अलग अंदाज है, मुख्तलिफ रंग है, एक तजुर्बा है, एक खामोशी चीखती है इनकी गजल में......
जमीनों को जरुरत पड़ रही है चांद की रौनक,
इकठ्ठा कर रहे हैं कुछ दुपट्टे धूप के कतरे।
गजल संग्रह - धूप के कतरे
गजलकार - डॉ घनश्याम ' परिश्रमी' नेपाल
संपर्क - 9857015209/ 9847023012
- कवि संगम त्रिपाठी, जबलपुर, मध्यप्रदेश