राष्ट्रीय कवि संगम इकाई मुंगेली के तत्वाधान में काव्य गोष्ठी की गई आयोजित

 
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utkarshexpress.com मुंगेली (छत्तीसगढ़) - राष्ट्रीय कवि संगम इकाई मुंगेली, छत्तीसगढ़ के द्वारा शिक्षक दिवस, हल षष्ठी, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, हिंदी दिवस, पोला-तीजा और गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर संयुक्त महापर्व विषय के तहत ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन की गई। सर्वप्रथम सरस्वती वंदना, स्वागत गीत और चंद्रयान-3 कविता ओ.पी. कौशिक रतनपुरिहा के द्वारा प्रस्तुत की गई। मंच संचालन का कार्य करते हुए देवप्रसाद पात्रे मुंगेली ने माता-पिता के संबंध में उत्कृष्ट प्रस्तुति दी और अनिल जयसवाल बिलासपुर ने तीजा-पोरा की कविता प्रस्तुत की। काव्य गोष्ठी के मुख्य अतिथि कवयित्री मुस्कान केसरी बिहार थी। इन्होंने कवियों को अच्छी प्रस्तुति और उत्कृष्ट कविता लिखने की प्रेरणा दी। विशिष्ट अतिथि ललित शर्मा असम ने देशभक्ति और अशोक पटेल आशु धमतरी ने गणेश वंदना, तीजा और आदमी के भीड़ में आदमी खो गया है कविता प्रस्तुत किये। इस गोष्ठी के समीक्षक डॉक्टर अलका यादव बिलासपुर ने सभी कवियों को प्रोत्साहित कर आगे बढ़ने की बात कही और गीतकार श्री रामभरोस यादव जमकोर ने तोर सुरता गीत प्रस्तुत किये। काव्य पाठ करने के लिए आमंत्रित वरिष्ठ कवियों में कवयित्री परवीन बेबी दिवाकर मुंगेली ने छत्तीसगढ़ी कविता, संजय कुमार श्रीवास्तव लखीमपुर खीरी, उत्तरप्रदेश ने गुरु वंदना, पढ़ाई और रोजगार, यशवंत पात्रे ने स्कूल की विशेषता, कु. भावना नवरंग ने तीजा, फूल और समय, सलीम कुर्रे ने बेटी और आजादी एवं आदित्य बघेल सहित सभी कवियों ने काव्य पाठ किये। काव्य गोष्ठी के अंत में राष्ट्रीय कवि संगम इकाई के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार यादव के द्वारा शिक्षा, देश भक्ति, तीजा और प्रेरणादायक कविता प्रस्तुत कर आभार प्रकट किये।

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