श्रीराम राम कर - अनिरुद्ध कुमार

 
pic

राम हीं जग का सहारा, राम जी का ध्यान धर।
राम सच्चें राम अच्छें, राम का गुनगान कर।।

राम ज्ञानी राम दानी, राम सुबहो-शाम कर।
प्यार से होगा गुजारा, काम कर आराम कर।।

जिंदगी में कौन तेरा, राम पालनहार हैं।
राम पे रखना भरोसा, राम तो करतार हैं।।

व्यर्थ चिंतन कर रहे हो, भूल जा चल धाम पर।
हर बला को राम जानें, प्यार से जय राम कर।।

राम की पूजा करो ना, जिंदगी आसान हो।
संकटों से त्राण मिलता, होठ पर जब राम हो।।

राम रटना राम जपना, राम का नित मान कर।
राम की पूजा करो ना, राम का नित गान कर।।

जिंदगी का क्या भरोसा, रात-दिन बस राम कर।
राम सीता राम सीता, वंदना श्रीराम राम कर।।
- अनिरुद्ध कुमार सिंह, धनबाद, झारखंड
 

Share this story