चले आए श्रीराम द्वारे - सुनील गुप्ता
चले
आए श्रीराम द्वारे
पाने दर्शन दुर्लभ अति न्यारे !
बसे हो आप तन-मन में हमारे.....,
आए लिए आँखों में बसाए सपने सुनहरे !!1!!
मिले
संदेश आपके मुझे
हूँ अधीर बैठा तभी से !
कहाँ-कहाँ हूँ भटका यहाँ पे.....,
अब बजाए चैन की बांसुरी आया द्वारे !!2!!
खिले
कमल नयनों से
नित भावपुष्प झरें मेरे !
आपके श्रीचरणों की धूलि से......,
भाल पे चलूँ सुंदर श्रीतिलक लगाए !!3!!
वारें
आऊँ धाम आपके
त्याग के सभी सुख न्यारे !
मिलें पग-पग पे स्वागतद्वार सजे.....,
अब तन-मन नाचे हर्षाए आए द्वारे !!4!!
फिरे
दिन रात सारे
कटें सभी दुःख जन्म-जन्मों के !
आपके अरि दुश्मन सब हारे......,
चहुँ-ओर लग रहे श्रीरामजी के जयकारे !!5!!
लगे
आ पहुंचे स्वर्ग द्वारे
सजी दिव्य साकेतनगरी सरयू किनारे !
दिखें दीप ज्योति श्रृंखलाएं कतारें.....,
चलें तन-मन को लुभाए श्री भजन न्यारे !!6!!
हारे
के बनें सहारे
इंतजार करते ना कभी हारे थके !
चले करते जीवन समर्पण नाम आपके .....,
अब कर दी हवाले जीवन नैया श्रीरामजी आपके !!7!!
सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान