कभी झूठ न हो सत्य प्रतीत - हरी राम
Apr 19, 2023, 20:45 IST

कोई इतिहास बदल रहा है,
कोई बदल रहा है भूगोल।
सबके अपने-अपने तर्क हैं,
सबके अपने-अपने बोल।
सबके अपने-अपने बोल,
गोल दाग रहे सत्ता खातिर।
जनता भरमाएं भ्रमजाल में,
क्योंकि हैं वे शब्दों के माहिर।
शब्दों की हेराफेरी से मिटे नहीं,
जो कुछ हो चुका है अतीत।
सत्य हमेशा ही सत्य रहेगा,
कभी झूठ न हो सत्य प्रतीत।
जो कुछ हुआ अतीत में,
वह ही है हमारा इतिहास।
कोई कुछ भी बदल सके न,
क्योंकि बीता कल है खास ।
क्योंकि बीता कल है खास,
वह रास आये या न आये ।
जो बीत गया वह अमिट हुआ,
मिटे न वह किसी के मिटाए ।
चाहे जितना कोशिश कर लो,
बीता समय न वापस आये ।
बीती बातों से ले करके सीख,
इतिहास और भूगोल बनाएं।।
हरी राम यादव, अयोध्या, उत्तर प्रदेश